वाघोली : बकोरी स्थित वृक्षमित्र चंद्रकांत वारघडे के माध्यम से बकोरी पहाड़ी वनराई देवराई परियोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। चंद्रकांत वारघडे ने 1 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प किया है। इसके लिए अलग-अलग तरीके के पेड़ लगाने के लिए प्रयत्न किया जा रहा है। इसके माध्यम से वृक्षमित्र धर्मराज बोत्रे के सहयोग से पिपले जगताप में दूसरा वनराई बनाया जा रहा है। आज आखिरकार 1 लाख पेड़ लगाने की बात वारघडे ने कही।
उनके दादा बाबाजी वारघडे संस्था के माध्यम से पिछले 4-5 सालों से संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह में वाघोली स्थित उद्यमी मनोज कांकरिया के आई प्रतिष्ठान संस्था के सहयोग से 2 लाख देसी पेड़ों के बीज वारकरियों को बांटे गए और एक एक पेड़ वारी के राह पर मुहीम चलाया गया। वारकरियों को पेड़ों के महत्व बताकर पेड़ लगाने, पर्यावरण रक्षण, जल संसाधन के बारे में जानकारी दी। उसी तरह से वारघडे ने अण्णा हजारे के जन्मदिन के मौके पर वृक्षारोपण करने के लिए आए टोयटा कंपनी के कर्मचारियों से अपील की कि मैं आपको 10 किलो मिट्टी देता हूँ, 10 थैला देता हूँ, आप सभी अपने घर में 10 पौधे तैयार कर के दें। अगले साल हम उसका वृक्षारोपण करेंगे।
इस वृक्षारोपण के लिए चंद्रकांत वारघडे सहित, बालासाहेब वारघडे (राज्य सगठक सूचना सेवा समिति), संदीप डफल विकफिल्ड कंपनी के एच. आर. योगश सातव, तुकाराम डफल, वाई.टी.डी.एस.सोसायटी के चेयरमन अमित बिंगानिया, संदीप कोलते, अंतोश वारघडे,लक्ष्मण गव्हाणे (जिला अध्यक्ष सूचना सेवा समिति) कमलेश बहीरट (हवेली तालुका अध्यक्ष सूचना सेवा समिति) अमित सालुंक (उपाध्यक्ष हवेली तालुका सूचना सेवा समीति) अंकुश कोतवाल (ला उपाध्यक्ष सूचना सेवा समिति) रवि सलगीरे, साथ टोयटा कंपनी के कर्मचारी बकोरी ग्रामीण बड़ी संख्या उपस्थित थे। बकोरी में उबेर, कडू लीम्ब, इमली, अर्जुन, पुत्रजीवा, वड, तिल, करंज, भिंडी, फनास, जंभूल, पिंपल, कंचन, आप्टा जैसे देसी पेड़ लगाए गए।
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