अहमदनगर हुआ अब अहिल्या नगर; मुख्यमंत्री शिंदे का ऐलान
पुणे : अभी हाल ही महाराष्ट्र के दो शहरों के नाम बदले गए थे। अब महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का नाम बदलने का ऐलान किया गया है। अहमदनगर को अब अहिल्याबाई होलकर के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिले के नाम को बदलने का ऐलान बुधवार को किया। आज 31 मई बुधवार को अहिल्याबाई होलकर की जयंती है। इसी मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने जिले के नाम को बदलने का एलान कर दिया। जिले का नाम बदलने की मांग लगातार की जा रही थी। बुधवार को मुख्यमंत्री शिंदे अहिल्याबाई के जन्म स्थल पहुंचे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
#LIVE | श्री क्षेत्र चौंडी येथे आयोजित पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर यांच्या २९८ व्या जयंती उत्सव कार्यक्रमातून मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे…https://t.co/zbdmLcyVKp
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 31, 2023
बता दें कि इंदौर हवाईअड्डे का नाम 'देवी अहिल्याबाई होलकर हवाईअड्डा' रखा गया है, उनके नाम पर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र (सोलापुर) में दो विश्वविद्यालयों का नाम रखा गया है. उनकी स्मृति में कई सड़कों, इमारतों, सार्वजनिक स्थानों का नामकरण किया गया है.
कौन थीं अहिल्याबाई होलकर?
अहिल्यादेवी होलकर (1725-1795) का जन्म अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में एक मराठी परिवार में हुआ था और बाद में मालवा राज्य की रानी बन गईं (1767 से उनकी मृत्यु तक)। बचपन से ही उनके भीतर लोगों की मदद करने की ललक थी। कम उम्र में उनकी शादी खंडेराव के साथ कर दी गई। 1733 में उनकी शादी हुई थी। 1754 में खंडेराव युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए। बाद में अहिल्यादेवी को होलकर साम्राज्य की कमान सौंप दी गई। उन्हे भारत के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ रानियों में से एक माना जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में कई धर्मशालाएं बनाने का श्रेय अहिल्या बाई होलकर को जाता है।