पुणे में आयोजित तृतीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन 2023 में डीआरडीओ ने लहराया परचम
पुणे : हिंदी दिवस 14 सितंबर 2023 को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में आयोजित तृतीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में डीआरडीओ ने पुनः अपना परचम लहराया है।
आज देशभर से आए हुए गणमान्य अतिथियों, राजभाषा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में डीआरडीओ ने तीन प्रमुख उपलब्धियां हासिल की। सर्वप्रथम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा एवं उपसभापति राज्यसभा हरिवंश के कर कमलों से डीआरडीओ द्वारा संपादित पुस्तक 'अतुल्य कलाम" का विमोचन किया गया, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति एवं डीआरडीओ के पितामह डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के संस्मरणों को संकलित किया गया है।
इसी क्रम में गृह पत्रिका की श्रेणी में दिए जाने वाले राजभाषा कीर्ति पुरस्कार से "ग" क्षेत्र स्थित कृत्रिम ज्ञान एवं रोबोटक केंद्र, बेंगलुरु की गृहपत्रिका सुविज्ञ को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार कृत्रिम ज्ञान एवं रोबोटक केंद्र, बेंगलुरु के निर्देशक डॉ ऋतुराज ने ग्रहण किया।
इसके उपरांत DRDO द्वारा प्रकाशित एक अन्य पुस्तक "नागरी निराली", जिसमें हिंदी के 75 कविताओं के संकलन है, उसका भी विमोचन किया गया। इस पुस्तक की कुछ कविताओं को संगीतबद्ध भी किया गया है, जिसकी सीडी भी इस समारोह में रिलीज की गई। इस पुस्तक की संपादक आशा त्रिपाठी "क्षमा" हैं, जिन्होंने इसकी प्रतियां विशिष्ट अतिथियों को भेंट की।
इसके अलावा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा, उपसभापति राज्यसभा डॉक्टर हरिवंश के अलावा अनेक गणमान्य अतिथियों ने डीआरडीओ के स्टाल का दौरा किया और डीआरडीओ द्वारा राजभाषा में किए गये कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की । इस अवसर पर मंच पर आसीन विशिष्ट अतिथियों में डॉक्टर शैलेंद्र वी गाड़े,विशिष्ट वैज्ञानिक एवं महानिदेशक ( ए सी ई) एवं डॉ रविंद्र सिंह, उत्कृष्ट वैज्ञानिक एवं निदेशक राजभाषा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
ये पूरी जानकारी डीआरडीओ के सम्मेलन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी मृदुकांत पाठक, वैज्ञानिक एफ़ ने दी है।